छत्तीसगढ़ में बोरे बासी घोटाला : कांग्रेस सरकार में हुई कथित बोरे बासी घोटाले की जांच करेगी विधायकों की समिति, MLA राजेश मूणत ने उठाया मुद्दा…
आकाशवाणी.इन
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में हुए कथित बोरे बासी घोटाले को लेकर आज सदन में विधायक राजेश मूणत, अजय चंद्राकर और धर्मजीत सिंह काफी गर्म नजर आए । तीनों विधायकों ने एक सूर में मांग करते कहा कि इतने बड़े घोटाले की जांच विधायकों की एक समिति बनाकर जांच करनी चाहिए । उनकी इस मांग पर श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने सदन में घोषणा कि और कहा कि इस मामले को लेकर विधायकों की एक टीम बनाकर जांच की जाएगी.
दरअसल, छत्तीसगढ़ी खानपान को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए भूपेश बघेल सरकार में कई आयोजन हुए उसमें से एक बोरे बासी दिवस (Bore Basi Diwas) का आयोजन था । 1 मई 2023 को आयोजित हुए बोरे बासी दिवस को लेकर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है । RTI से मिली जानकारी में 5 घंटे में 8 करोड़ खर्च कर दिए गए जितने लोग कार्यक्रम में आये उससे ज्यादा का भुगतान हो गया इस कार्यक्रम में 4 डोम बने और 6 डोम का भुगतान हो गया इसको लेकर अब भारतीय जनता पार्टी हमलावर है.
ये है मामला
य भूपेश सरकार के कार्यकाल में बोरेबासी दिवस के आयोजन की गई थी । RTI से मिली जानकारी में खुलासा हुआ है कि 5 घंटे के कार्यक्रम में 8 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए । VIP गेस्ट के लिए 1500 रुपये प्रति थाली का भुगतान हुआ 8 रुपये की पानी की बोतल के लिए 18 रुपये का बिल बना । डोम का किराया ही 1 करोड़ 10 लाख रुपये किया गया.
ये रहा करप्शन का गणित
6 डोम का किराया 1.1 करोड़ रुपए
75 लाख का मजदूरों को खाना
27 लाख रुपए पानी का भुगतान हुआ
5 रुपए की पानी की बॉटल 18 रुपए में खरीदी गयी
15 लाख रुपए का मोमेंटम अतिथियों को बांटे गए
ग्यारह लाख साउंड सिस्टम में खर्च हुए
70 हज़ार रुपए के गुब्बारे उड़ गए
श्रमिकों को लाने 9.65 लाख रुपए हुए खर्च
पचास हज़ार मजदूरों को देश सौ रुपए के हिसाब से खाने का भुगतान
बारह लाख के छाछ का भुगतान
