कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का कोरबा में आत्मीय स्वागत, आज से शिव पुराण कथा की होगी शुरुआत, आइये जानते हैं मुख्य पहलू…
आकाशवाणी.इन
कोरबा, 12 जुलाई 2025/ कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा 11 जुलाई शुक्रवार को कोरबा पहुंच गए हैं और भक्तों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। 12 जुलाई यानी आज से मीरा रिसॉर्ट में शिव पुराण कथा की शुरुआत होगी। इस अवसर पर समिति के सदस्यों ने पंडित प्रदीप मिश्रा का स्वागत किया और उनके प्रवचन की तैयारी की जानकारी दी.
मीरा रिशोर्ट में लगभग 300 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है, जो जजमान बने हैं और कथा में शामिल होंगे। इसके अलावा, पूरी कथा ऑनलाइन सुनी जा सकती है, जिससे दूर-दराज के भक्त भी पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन का लाभ उठा सकेंगे.
सावन मास में शिव पुराण सुनने का विशेष महत्व है। इस मास में भगवान शिव की आराधना करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन से भक्तों को भगवान शिव की महिमा और उनकी कथा के बारे में जानने का अवसर मिलेगा.
पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन की तैयारी के लिए समिति के सदस्यों ने विशेष प्रबंध किए हैं। मीरा रिशोर्ट में विशाल पंडाल का निर्माण किया गया है, जिसमें भक्तों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, कथा के दौरान भक्तों के लिए भोजन और पेय की व्यवस्था भी की गई है.
पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन का आयोजन करने वाली समिति के सदस्यों ने बताया कि कथा के दौरान विशेष सावधानी बरती जाएगी। भक्तों को कथा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सामाजिक दूरी का पालन करना होगा.
पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन का आयोजन एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें भक्तों को भगवान शिव की महिमा और उनकी कथा के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भक्तों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है.
शिव पुराण के कुछ मुख्य पहलू:
शिव पुराण में भगवान शिव की महानता, शक्ति, और कृपा का वर्णन है.
इसमें शिव से संबंधित विभिन्न कथाएं हैं, जैसे कि शिव-पार्वती विवाह, गणेशजी और कार्तिकेय के जन्म की कथाएं, और अन्य पौराणिक कथाएं.
शिव पुराण में जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि कर्म, धर्म, और मोक्ष के बारे में शिक्षाएं दी गई हैं.
इसमें भगवान शिव की पूजा करने के तरीकों, मंत्रों, और अनुष्ठानों का वर्णन है.
ज्ञान और भक्ति:
शिव पुराण का पाठ करने से व्यक्ति को ज्ञान और भक्ति की प्राप्ति होती है, और वह भगवान शिव के करीब आता है.
