जिले में दस दिन पूर्व ही धान खरीदी का लक्ष्य हुआ पार, 31 जनवरी तक जारी रहेगी ख़रीदी
कोरबा/ आकाशवाणी.इन
37723 किसानों से 411 करोड़ 88 लाख की कीमत के रिकार्ड 20 लाख क्विंटल धान की हुई खरीदी
कोरबा (ईएमएस) आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले ने इस बार फिर धान खरीदी अभियान पर विराम लगने से दस दिन पहले ही खरीफ-विपणन वर्ष 2022-23 में दिए गए लक्ष्य को हासिल कर लिया। 20 जनवरी तक जिले के 41 समितियों के 60 उपार्जन केंद्रों में रिकार्ड 20 लाख 19 हजार 27 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है। समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान की कीमत 411 करोड़ 88 लाख 15 हजार 488 रुपए की है। शेष बचे 5 खरीदी दिवस में यह आंकड़ा 21 लाख क्विंटल तक पहुंचने के आसार हैं.
समर्थन मूल्य में 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत हुई है जो 31 जनवरी तक लगातार जारी रहेगी. आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले को इस साल 19 लाख 80 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया था। तय लक्ष्य को इस साल कोरबा ने कलेक्टर संजीव झा के कुशल नेतृत्व, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बंसत कुमार, खाद्य अधिकारी जे.के. सिंह, नोडल अधिकारी सहकारी बैंक एस.के. जोशी की निगरानी, जमाल खान सहित अन्य पर्यवेक्षकों के पर्यवेक्षण में 10 दिन पहले ही पार कर लिया है.
41 समितियों के 60 उपार्जन केंद्रों में लक्ष्य 19 लाख 80 हजार क्विंटल की पूर्ति में 20 जनवरी तक कुल 20 लाख 19 हजार 27 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है। 37 हजार 723 पंजीकृत किसानों ने समर्थन मूल्य में यह धान बेचा है। खरीदे गए धान की कीमत समर्थन मूल्य में 411 करोड़ 88 लाख 15 हजार 488 रुपए की है। शेष बचे 5 खरीदी दिवस में यह आंकड़ा 21 लाख क्विंटल तक पहुंचने के आसार हैं। अब तक के आंकड़ों को देखें तो सर्वाधिक धान उपार्जन के मामले में हमेशा की तरह भैसमा सिरमौर है। यहाँ 66 हजार केंद्र 68.80 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है। वहीं अंतिम पायदान पर पोटापानी है जहां मात्र 7 हजार 723.60 क्विंटल धान की आवक हुई है। जिन केंद्रों में 50 हजार क्विंटल से अधिक धान खरीदी हुई है उनमें भैसमा के अलावा रामपुर 65 हजार 239 क्विंटल, नवापारा 64 हजार 736 क्विंटल, केरवाद्वारी में 55 हजार 831 क्विंटल, कोरबी (पाली) 53 हजार 404 क्विंटल, बेहरचुआं 53 हजार 604 क्विंटल, बरपाली (कोरबा) 52 हजार 874 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है.
बसंत कुमार, उप पंजीयक सहकारी संस्था कोरबा ने बताया कि जिले ने धान खरीदी के तय लक्ष्य को धान खरीदी अभियान से जुड़े सभी विभागों के समन्वय सहयोग से प्राप्त कर लिया है। इस साल भी जीरो शार्टेज देने की पूरी कोशिश रहेगी.
जे के सिंह, खाद्य अधिकारी कोरबा ने बताया धान के उठाव की पूरी जिम्मेदारी मार्कफेड की है, लगातार वस्तुस्थिति से अवगत कराया जा रहा है। उम्मीद है शीघ्र शेष धान का उठाव कर लिया जाएगा, जिले के धान के उठाव को प्राथमिकता देनी चाहिए.
