Monday, August 4, 2025
छत्तीसगढ़

कोरबा में फिर हुई हाथी की मौत, किया गया अंतिम संस्कार…

आकाशवाणी.इन

कोरबा, 04 अगस्त 2025/ कोरबा वनमंडल अंतर्गत पसरखेत रेंज के बगधरी डांड जंगल में दो दिन पहले जन्मे नवजात नर हाथी की मौत हो गई। वन विभाग के अनुसार शावक बेहद कमजोर हालत में जन्मा था और जन्म के बाद से ही उसे निमोनिया हो गया था, जिससे उसकी मौत हो गईं.

नवजात हाथी के जन्म की सूचना मिलते ही कोरबा वनमंडल की टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन मादा हाथी के आक्रामक व्यवहार के चलते किसी तरह की चिकित्सकीय सहायता नहीं दी जा सकी। बारिश और ठंड ने शिशु हाथी की हालत और बिगाड़ दी.

वन विभाग के अनुसार नवजात हाथी की मौत के कारण निमोनिया और कमजोर हालत में जन्म होना है। मादा हाथी के आक्रामक व्यवहार के कारण वनकर्मी शावक की मदद नहीं कर सके.

आज सुबह जैसे ही मादा हाथी नवजात से कुछ देर के लिए दूर गई, वनकर्मी नवजात को रेंज ऑफिस लाए और पशु चिकित्सक से जांच करवाई। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। निमोनिया से उसकी हालत नाजुक हो गई थी और उसने दम तोड़ दिया। वन विभाग ने शावक के शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया.

यह घटना ऐसे समय हुई है जब इसी क्षेत्र में दो दिन पहले ही एक व्यस्क हाथी की करंट की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि इलाके में इस समय 20 से ज्यादा हाथी विचरण कर रहे हैं.

प्रभारी डीएफओ, कोरबा वन मंडल निशांत कुमार ने बताया कि बगधरीदांड में एक नवजात हाथी की मौत हुई है। बारिश और कीचड़ के साथ ही नवजात हाथी की मां उसके साथ थी और वह काफी आक्रामक थी। जिसके कारण हम उसके पास नहीं जा पाए। मदद नहीं कर सके। हाथियों की सुरक्षा के लिए जंगल में पुख्ता इंतजाम पर हमारा जोर रहता है.