Monday, August 4, 2025
कोरबा न्यूज़

एमसीएल ने एसईसीएल को फिर पछाड़ा, दूसरे नंबर से करना होगा संतोष

कोरबा/ आकाशवाणी.इन

कोयला उत्पादन में बढ़ोत्तरी के बाद भी नंबर 1 से दूर

एक समय एसईसीएल कोल इंडिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कंपनी हुआ करती थी। कंपनी के सिर से यह तमगा अब छिन चुका है। इस वित्तीय वर्ष भी कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल नंबर वन कोयला उत्पादन कंपनी नहीं होगी। महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने एसईसीएल को पछाड़ दिया है। 190 मिलियन टन से ज्यादा कोयला उत्पादन और डिस्पैच के साथ एमसीएल नंबर वन कंपनी है। एसईसीएल को दूसरे पायदान से संतोष करना पड़ेगा। वित्तीय वर्ष 2022- 23 में कोल इंडिया को 700 मिलियन टन कोयला उत्पादन का टारगेट मिला हुआ है। इसके अनुसार कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों का टारगेट तय किया गया था। जिसमें सबसे अधिक कोयला उत्पादन और डिस्पैच का टारगेट 182 मिलियन टन एसईसीएल को मिला था। जिसके बाद एमसीएल को 176 मिलियन टन का टारगेट था। शुरुआत से ही एमसीएल ने कोयला उत्पादन और उठाव में तेजी पकड़ ली थी। शुरू से एमसीएल इस मामले में अव्वल रही। जिसका परिणाम रहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंतिम माह तक एमसीएल ने सभी कंपनियों को पछाड़ दिया। अब वित्तीय वर्ष की समाप्ति में चंद दिन शेष हैं। 27 मार्च तक की स्थिति में एमसीएल ने 176 मिलियन टन के मुकाबले 190.85 मिलियन टन उत्पादन और 190.46 मिलियन टन कोयला डिस्पैच कर लिया है। लक्ष्य से कहीं अधिक उत्पादन और उठाव का कीर्तिमान एमसीएल ने स्थापित कर दिया है। वही सबसे अधिक टारगेट की चुनौती लेकर उतरी एसईसीएल की कोयला उत्पादन और डिस्पैच की रफ्तार शुरुआत से ही लक्ष्य अनुरूप नहीं रही। उक्त तिथि तक 182 मिलियन टन लक्ष्य के मुकाबले एसईसीएल ने 163.61 मिलियन टन उत्पादन और 157.5 मिलियन कोयला का उठाव किया है। शेष बचे 4 दिनों मे लक्ष्य तक पहुंचना भी मुश्किल है। जिसके परिणाम स्वरूप लगातार दूसरे साल एसईसीएल अनुषंगी कंपनी एमसीएल से पिछड़ गई है। हालांकि एसईसीएल ने सर्वाधिक कोयला उत्पादन और उठाव का रिकॉर्ड बनाते हुए ग्रोथ भी हासिल किया है। पुन: एमसीएल के सिर सबसे बड़ी उत्पादन कंपनी का ताज सजेगा। आगामी वित्तीय वर्ष के लिए एसईसीएल को 200 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन का टारगेट तय है।
ऐसे में उम्मीद होगी कि आगामी वित्तीय वर्ष में पुन: एसईसीएल अपने नंबर वन रैंकिंग को हासिल कर लेगी। एमसीएल और एसईसीएल के बाद 100 मिलियन टन क्लब में एक अन्य कंपनी एनसीएल शामिल है, जो 129.68 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 132.01मिलियन टन डिस्पैच कर लक्ष्य 122 से आगे निकल चुकी है।कोल इंडिया को मौजूदा वित्त वर्ष में 700 मिलियन टन कोयला उत्पादन और उठाव का लक्ष्य है। इसके मुकाबले 27 मार्च तक की स्थिति में कंपनी ने 691.32 मिलियन कोयला उत्पादन और 685.47 मिलियन कोयला का उठाव कर लिया है। कंपनी अपने लक्ष्य के काफी करीब है। 4 दिनों में कंपनी के लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद है। एमसीएल के लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन और उठाव के कारण कोल इंडिया की स्थिति बेहतर हुई है। अन्य कुछ कंपनियों ने भी टारगेट से अधिक कोयला उत्पादन उठाव किया है.