देखिये: कोयले के अवैध कारोबार पर प्रशासन की कार्यवाई, दो स्थानों से 40 टन जप्त
कोरबा/ आकाशवाणी.इन
कलेक्टर संजीव झा के निर्देश पर अवैध कोयला भंडारण पर जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार देर शाम ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई की. राजस्व विभाग, खनिज विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई के दौरान 2 जगहों पर लगभग 40 टन कोयला जप्त किया गया. करतला में खान ढाबा के पीछे झाड़ियों के आस पास लगभग 10 टन और चांपा में विरेंद्र सिंह के आवासीय परिसर में लगभग 30 टन अवैध कोयला भंडारण पाया गया. करतला में जांच के दौरान मौका क्षेत्र में उपस्थित मजदूर मौके से फरार हो गए. करतला में कोयला से भरा हुआ एक गाड़ी और चार मोटरसाइकिलें भी जप्त की गई. इसके अलावा मौका जांच में तौल कांटा बांट, कोयला खरीदी बिक्री, मजदूरों का भुगतान और पैसों के लेनदेन से संबंधित संबंधित रजिस्टर भी जप्त किया गया. दस्तावेजों को जांच के लिए खनिज कार्यालय भेजा गया तथा गाड़ियों और इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे को थाना करतला में सुरक्षार्थ रखा गया है. इसी प्रकार तहसील करतला के ग्राम चांपा में विरेंद्र सिंह के आवासीय परिसर में अवैध रूप से कोयले खनिज का भंडारण पाया गया. मौका जांच में लगभग 30 टन कोयले का भंडारण पाया गया. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा भी पाया गया. जमीन मालिक के पास उनके परिसर में भंडारित कोयले के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं पाया गया. मौके पर पाए गए कोयले और तौल कांटे को संयुक्त टीम द्वारा जब्ती की कार्रवाई की गई.
एसडीएम कोरबा सीमा पात्रे ने बताया की करतला के खान ढाबा के पीछे जमीन में और ग्राम चांपा में अवैध कोयला भंडारण होने और कोयले की अवैध खरीदी बिक्री की सूचना पर छापामार कार्रवाई की गई. दोनो जगहों के निरीक्षण के दौरान कोयला भंडारण पाया गया. साथ ही कोयला खरीदी बिक्री के भी दस्तावेज पाए गए. एसडीएम ने बताया की दोनो जगहों पर कोयला के वैध खरीदी बिक्री और भंडारण के कोई साक्ष्य नहीं पाए गए. जमीन मालिकों द्वारा खनिज से संबंधित कोई वैध प्रमाण भी नही प्रस्तुत किया गया. एसडीएम ने बताया की दोनों जगहों पर की गई छापामार कार्रवाई के दौरान पाए गए कोयले को जब्ती कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है. साथ ही आसपास के लोगों से भी गतिविधियों के बारे में पूछताछ की जा रही है. कार्यवाही में राजस्व विभाग से तहसीलदार मुकेश देवांगन, नायब तहसीलदार लखेश्वर सिदार, खनिज विभाग से खनिज निरीक्षक जीत चंद्राकर एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम शामिल थी.
