बालको: प्रदर्शन के बीच अंदर फंसे मजदूरों से प्रबंधन ने 36 घंटे तक लिया काम, 8 घँटे आराम इसके बाद पुनः काम
कोरबा/ आकाशवाणी.इन
बालको की वादाखिलाफी के विरोध में स्थानीय लोगों के प्रदर्शन का आज तिसरा दिन है. प्रदर्शन की वजह से भारत एल्युमिनियम कम्पनी बालको को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. संयंत्र में ऐसे भी कई कर्मचारी श्रमिक हैं जो 32 घँटे में काम करके संयंत्र से बाहर आए. और 8 घँटे बाद पुनः ड्यूटी पर चले गए.
विश्वशनीय सूत्रों और इस दौर का सामना कर रहे हैं लोगों से जानकारी मिली कि शुक्रवार की दोपहर 2 बजे 1200mw संयंत्र में मिल एरिया, ईएसपी सहित 540mw, अल्युमिनियम प्लांट (पार्ट रूम) अन्य स्थानों पर ड्यूटी करने पहुंचे श्रमिक दूसरे दिन शनिवार 6 मई 2023 की रात 10 बजे बाहर आए और रातभर आराम करने के बाद रविवार सुबह 6 बजे पुनः ड्यूटी चले गए. जिनकी छुट्टी दोपहर दो बजे होनी थी जो समाचार लिखे जाने तक नही हुई थी और न जाने उनकी छुट्टी कितने घँटे बाद हो पाएगी.
बालको प्रबंधन द्वारा नियम को ताक पर रखकर अंदर फंसे मजदूरों से अधिक काम लिया गया. अधिक कार्य करने वालो को ओव्हर टाइम (ot) का नाम देते हुए अधिक मजदूरी दर दिया जायेगा इसलिए मजदूर भी लगातार काम कर रहे हैं.
इस संबंध में श्रमिक नेेेता का कहना है कि एक मजदूर से लगातार इतने घँटे काम कराना या श्रमिक स्यवं भी लगातार 32 घंटे चार सिप्ट काम करना चाहे भी तो ये श्रम कानूनों के नियमानुसार गलत होगा.
प्रदर्शन की वजह से संयंत्र में जरूरत से काफ़ी कम कर्मचारी श्रमिक अपने कार्य पर आ रहे हैं इस वजह से काम प्रभावित हो रहा है. कर्मचारी एक बार पलांट अंदर आया तो फिर वह कितने बजे वापस घर जा पायेगा इसकी कोई गारंटी नही. गारंटी इसलिए नही कि जब तक उस कर्मचारी का रिलीवर नही आता तब तक उसको अपनी सेवायें उसी स्थान पर देनी पड़ती है इसलिए ये पता नही होता कि कर्मी कब घर पहुंचेंगे.
सूत्रों के अनुसार बालको प्रबंधन को इस बात की जानकारी है पर उन्हें तो किसी भी तरह संयंत्र चलाना है.
इस तरह गिने चुने कर्मचारी ही पहुंचते हैं संयंत्र के भीतर
प्रदर्शन के तीसरे दिन संयंत्र में कर्मचारियों की और अधिक कमी हो गई है और 540 मेगावाट संयंत्र का काम काफी प्रभावित हो रहा है. बालको प्रबंधन और प्रदर्शनकारियों के बीच कोई रास्ता न निकल पाने की स्थिति में दूसरे दिन रात प्रदर्शन जारी रहा तो भारत एल्युमिनियम कम्पनी बालको को काफी नुकसान (loss) हो रहा है, सूत्र बताते हैं कि आज शाम तक इस आंदोलन को समाप्त करने बालको प्रबंधन और प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता होने की संभावनाएं जताई जा रही है.
