जमीन कब्जा के मामले में बालको प्रबंधन पर दर्ज हो आपराधिक प्रकरण : पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल
आकाशवाणी.इन
पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर को लिखा पत्र।
जमीन को दस्तावेज में वापस लिया गया पर नहीं हटा बालको का अवैध निर्माण।
कोरबा 25 जुलाई 2025/ पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कलेक्टर अजीत वसंत को पत्र लिखकर कहा है कि कोहड़िया क्षेत्र में 19.69 एकड़ भूमि पर बालको प्रबंधन कब्जा कर स्मेल्टर विस्तार का निर्माण कराए जाने के मामले में केवल एक पटवारी के वेतन वृद्धि रोके जाने की कार्यवाही की गई हैं। इस मामले में दोषी बालको के अधिकारी व इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए.
पूर्व मंत्री अग्रवाल ने पत्र में आगे कहा है कि बालको चेक पोस्ट के पास बालको जलोपचार संयंत्र मार्ग में बालको प्रबंधन का एक छोटा केबिन हुआ करता था। एक रेल लाईन के पश्चिमी हिस्से की सरकारी जमीन का उपयोग सीएसईबी कोयला भण्डारण के लिए कर रही थी। बाद में रेल पांत को हटाकर बालको प्रबंधन ने राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से अपने नाम दर्ज करा उस पर अपना कब्जा कर लिया। प्रशासन ने इस जमीन को जांच के बाद वापस शासकीय तो दर्ज कर लिया है परन्तु बालको प्रबंधन का निर्माण यथावत है। देखा यह जा रहा है कि ठेले, खोमचे के माध्यम से रोजी रोटी कमाने वाले लोगों के खिलाफ अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है जबकि बालको प्रबधंन के द्वारा सरकारी जमीन में तैयार किए गए अवैध निर्माण को अब तक हटाने की कार्यवाही नहीं की गई है.
धोखधड़ी का यही एक मामला नहीं बनता बल्कि बालको प्रबंधन के और भी चैंकाने वाले मामले हैं जिन पर प्रशासन को त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए। पूर्व मंत्री अग्रवाल ने बताया है कि रोकबहरी में पौधारोपण के नाम से वन विभाग से करीब 5 एकड़ भूमि बालको प्रबंधन ने हासिल कर लिया पर वहां पौधा रोपण करने की जगह राखड़ डम्प कर दिया गया। बाद में बालको ने उसी क्षेत्र में करीब 20 से 25 एकड़ वन भूमि पर और कब्जा कर लिया। 25-30 फिट ऊंचे रखड़ के टीले दूर से ही देखे जा सकते हैं। वर्तमान में यह क्षेत्र बालको का अस्थाई राखड़ डैम बन गया है। बरसात की वजह से प्राकृतिक जल के श्रोत्र प्रदूषित हो रहे हैं। गर्मी में राख सूख जाने की वजह से हवा में उड़ कर निकटवर्ती क्षेत्रों में गंभीर प्रदूषण फैलता है। पूर्व मंत्री ने हैरानी जताते हुए कहा है कि हरियाली के नाम पर प्रदूषण फैलाने वाले बालको प्रबंधन की इस करतूत की शिकायत वे पहले भी कर चुके हैं इसके बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है.
आवासीय परिसर और इंदिरा मार्केट के बीच दीवार खड़ी करने की चल रही साजिश
श्री अग्रवाल ने पत्र में कहा है कि बालकोनगर सेक्टर-6 बी और सी टाईप क्षेत्र में बालको द्वारा बनवाए जा रहे सेक्टर-6 आवासीय परिसर और इंदिरा मार्केट के बीच की सड़क को भी बन्द करने की साजिश कर ली है। यहां स्थित एक चैड़े नाले को भी बालको प्रबंधन ने अपने जद में ले लिया है और बाऊण्ड्री वाॅल बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। यहां बताना आवश्यक होगा कि शासकीय भूमि पर उक्त सड़क और नाला का निर्माण निगम ने कराया है। इस मार्ग को अवरूद्ध किए जाने से इंदिरा मार्केट व उसके पीछे वाले बसाहट की जल निकासी व लोगों का आवागमन वाधित होगा.
श्री अग्रवाल ने पत्र के अंत में कहा है कि बालको के कब्जे वाली सम्पूर्ण जमीन का सीमांकन कराई जाए। साथ ही कब्जा की गई शासकीय भूमि को नियमानुसार वापस लेने की कार्यवाही की जाए, ताकि आम नागरिकों के मन में शासन- प्रशासन की कार्यशैली के प्रति विश्वास बने.
