Monday, June 16, 2025
CHATTISGARH

कलेक्टर साहब : मुझे तत्कालीन तहसीलदार दीपका एवं रीडर भुपेन्द्र कुमार के विरुद्ध न्यायालय मे आपराधिक प्रकरण अभियोजित करने की अनुमति प्रदान करें

आकाशवाणी.इन

कोरबा, 09 जून 2025/ एक ग्रामीण किसान ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए बताया है कि तत्कालीन तहसीलदार दीपका एवं उसके रीडर भुपेन्द्र कुमार के द्वारा मेरे प्रकरण को नष्ट कर दिया या छिपा दिया गया है, इस मामले को आपके समक्ष जन चौपाल में दिनांक 24/06/2024 को शिकायत किया था, जिसका टोकन नम्बर 2050124000628 सुरक्षा नम्बर 539 है. मेरे द्वारा किये गए शिकायत पर कोई कार्यवाई नही हुई इसलिए मुझे उनके विरुद्ध न्यायालय मे आपराधिक प्रकरण अभियोजित करने की अनुमती प्रदान की जाए.

पीड़ित अभिनंदन सिंह कंवर के बताये अनुसार ये है पूरा मामला

ग्राम दीपका, प.ह.न. 50, तहसील दीपका, जिला कोरबा में भूमि खसरा नम्बर 175/1 रकबा 0.368 हेक्टेयर एवं खसरा नम्बर 175/1 क रकबा 0.081 हेक्टेयर भूमि जो मेरे पुस्तैनी भूमि है। उक्त भूमि पूर्व में मेरे पिता मोहन सिंह कंवर तथा उसके पूर्व मेरे दादा बहादुर सिंह कंवर के नाम पर दर्ज रहा है। मेरे पिता मोहन सिंह की मृत्यु दिनांक 05/12/2015 को हो चुका है मोहन सिंह के वारिसान मैं तथा रतनसिंह, पवनसिंह, मेरी भाभी मीरा कुमारी, लक्ष्मीन कुमारी एवं मां शांतिबाई है। मुझे मेरे उक्त पुस्तैनी भूमि से संबंधित दस्तावेजों की आवष्यकता पड़ी तब पता चला कि उक्त पैत्रिक भूमि, मनबोध पिता राम सिंह, ग्राम मांगामार निवासी के नाम पर दर्ज हो गया है। तब मैनें मनबोध के पास जाकर इस संबंध में पूछा तो बताया कि आपकी जमीन मेरे नाम पर कैसे दर्ज हुआ मुझे कोई जानकारी नही है। गलती से दर्ज हो गया है तो उसे सुधारवाकर आप लोगों के नाम पर दर्ज करा लो मुझे कोई आपत्ति नही है तब मैंने श्रीमान के तहसीलदार एवं अन्य विभाग में आवेदन दिया तब तहसीलदार दीपका के द्वारा प्रकरण कमांक 202206051500029 / ब-121/2021-22 दर्ज करते हुए मेरे कथन तथा मेरे साक्षीगण का कथन एवं मनबोध का कथन लिया गया जिसमें मनबोध के द्वारा उक्त भूमि को मेरे नाम एवं मेरे परिवार के नाम पर दर्ज करने हेतु सहमती भी दे चुका है एवं हल्का पटवारी से प्रतिवेदन मंगाया गया तथा लिखित तर्क मंगाया गया पूरी कार्यवाही हो जाने के बाद प्रकरण को आदेश के लिए दीपका तहसीलदार के द्वारा रखा गया था उसके बाद मैनें अपने प्रकरण में आदेश को जानने हेतु अनेकों बार तहसीलदार एवं रीडर भुपेन्द्र कुमार से संपर्क कर चुका हूं लेकिन वहां रीडर के द्वारा बताया जाता रहा है कि तुम्हारे पक्ष में आदेश हो चुका हैं लेकिन मुझे प्रकरण को नहीं दिखाया जा रहा है तब मैनें प्रकरण को जानने हेतु नकल आवेदन कटघोरा नकल शाखा में आवेदन लगाकर रसीद कटवाया और उस नकल आवेदन को ले जाकर दीपका तहसीलदार के रीडर भुपेन्द्र कुमार को दिया लेकिन आज दिनांक तक प्रकरण को मेरे नकल आवेदन के साथ नकल शाखा कटघोरा नही भेजा रहा है। न ही मुझे प्रकरण को दिखाया जा रहा है। न ही प्रकरण की नकल दिया जा रहा है। मुझे पूर्ण आशंका है कि तहसील कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारी के द्वारा भ्रष्ट्राचार से प्रेरित होकर किसी से षड्यंत्र कर उक्त प्रकरण के नष्ट कर दिया गया होगा या फिर मेरे से छिया जा रहा है। उक्त संबंध में मैंने आपके जनचौपाल में दिनांक 24/06/2024 को एवं अनेकों बार शिकायत कर चुका हूं। जन चौपाल के नम्बर पर स्थिति मोबाईल पर चेक किया तब भुपेन्द्र कुमार द्वारा दिनांक 31/12/2024 को यह लिख कर अपलोड किया गया है कि “आवेदक के प्रकरण गायब जाने के कारण नकल हेतु लंबित बताया गया है। आवेदक द्वारा उक्त प्रकरण के नकल पूर्व में प्राप्त कर चुका है। आवेदक पुनः आवेदन पत्र प्रस्तुत कर प्रकरण बनवा सकता है।” इसी लेख के साथ मेरे जन चौपाल के शिकायत को विलोपित किया गया है जिससे स्पष्ट हो गया है कि मेरे प्रकरण को तहसीलदार और उसके रीडर ने नष्ट अथवा छिपा दिया है। मैं उनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण चलाना चाहता हूं जिसके लिए मुझे आपके अनुमती आवश्यकता है। क्योकि मुझे आज दिनांक तक मुझे दीपका तहसील कार्यालय से मेरे उक्त प्रकरण के संबंध में कोई जानकारी व नकल प्रदान नहीं किया गया है। मेरे प्रकरण नही मिलने से मुझे नुकसान हुआ है. इसलिए मुझे उनके विरूद्ध न्यायालय मे आपराधिक प्रकरण अभियोजित करने की अनुमती प्रदान करने की कृपा करें.