छत्तीसगढ़: चार साल पहले बुआ की लड़की बनी साध्वी, उनसे मिली प्रेरणा, दाढ़ी में पहली बार 18 वर्षीय युवक मंथन लेगा दीक्षा
आकाशवाणी.इन
00 जयपुर में 7 फरवरी को दीक्षार्थी मंथन छाजेड़ का होगा नामकरण, दाढ़ी में निकाली गई अभिनंदन रैली।
बेमेतरा,23 दिसंबर सांसारिक मार्ग को छोड़कर दाढ़ी शहर में पहली बार 18 वर्षीय युवक मंथन छाजेड़ संयम पथ पर आगे बढ़ने के लिए वैराग्य पथ को चुना है.इस मार्ग को अपनाने से पहले मंथन छाजेड़ ने आचार्य के सानिध्य में रहने लगे. इस दौरान दीक्षार्थी मंथन छाजेड़ 36 व 55 उपवास( व्रत )भी किया.इससे वैराग्य मजबूत हुआ और घर और सांसारिकता से दूर रहने का फैसला लिया.इनके भाव को देखते हुए पिता शांतिलाल छाजेड़ व माता अंजू छाजेड़ ने आज्ञा पत्र दिया.
आज्ञा पत्र के अनुसार 7 फरवरी 2025 को जयपुर में दीक्षा कार्यक्रम होगा.मंथन छाजेड़ ने बताया कि वे राजनांदगांव में चार साल पूर्व बुआ की लड़की साध्वी बनी.उनसे प्रेरणा मिली व उनके सानिध्य में रहकर वैराग्य के भाव जागृत होने लगा.वहीं रविवार को दाढ़ी में मंथन छाजेड़ का जैन समाज द्वारा अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित की गई.उनके जन्म भूमि दाढ़ी में सभी समुदाय के लोगों ने मंथन छाजेड़ के माथे में तिलक लगाकर अभिनंदन किया.7 फरवरी 2025 को ही दीक्षार्थी मंथन छाजेड़ का नामकरण भी होगा.मंथन के वैराग्य गमन के अवसर पर नगर में भव्य बैंड बाजे से शोभायात्रा निकालकर अभिनंदन किया गया.वे रथ में सवार थे.मुख्य मार्ग में नगर के घर-घर में तिलक लगाकर आरती उतारी गई.इसके बाद शोभायात्रा वापस जैन मंदिर प्रांगण परिसर पहुंची.यहां पर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
आचार्य विजय राज से लेंगे दीक्षा
अनिल जैन ने बताया कि बीते एक साल से मंथन छाजेड़ राजनांदगांव में रह रहे है.वे कक्षा 11वीं तक की पढ़ाई किए है.इनकी दीक्षा 7 फरवरी 2025 को जयपुर में आचार्य विजय राज मसा के हाथों संपन्न होगा.दीक्षार्थी मंथन छाजेड़ शांतिलाल छाजेड़ के द्वितीय सुपुत्र है. मंथन छाजेड़ व उनके पिता शांति लाल छाजेड़ का जन्म स्थल दाढ़ी है.इस कारण दाढ़ी में कार्यक्रम का आयोजन हुआ है.जैन मंदिर में मंथन का अभिनंदन किया गया.बता दे कि मंथन का पूरा परिवार करीब 6 वर्ष पूर्व दाढ़ी नगर के निवासी रहे.व्यावसायिक कारोबार को चलते इनका परिवार राजनांदगांव में रहने लगा। आज भी छाजेड़ परिवार का संबंध दाढ़ी नगर से बना हुआ है.मंथन का दाढ़ी में 20 वा अभिनंदन कार्यक्रम था.इसके पूर्व बेमेतरा जिले के देवकर. साजा.थानखम्हरिया.बेरला में भी अभिनंदन कार्यक्रम हो चुका है.
जैन समाज के लिए गौरव पूर्ण अवसर
दाढ़ी नगर में जैन समाज के 40 से अधिक परिवार के लोग निवास करते है.यह पहला अवसर है कि श्री जैन संघ दाढ़ी के युवक वैराग्य के पथ पर गमन कर रहे हैं.इस सुखद अवसर के संबंध में नगर के कांग्रेसी नेता सुरेंद्र तिवारी ने कहा कि यह क्षेत्र के लिए गौरव की बात है. दाढ़ी नगर में जैन समाज के धर्मशाला व विशाल जैन मंदिर है.यहां कई बड़े-बड़े सामाजिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ है.मंथन छाजेड़ का वैराग्य गमन दाढ़ी नगर व अंचल के लिए गौरवपूर्ण है.इस मौके पर पारसमल चोरडिया, कानमल चोरडिया, पारस पारख.सीताराम अग्रवाल.पुरुषोत्तम अग्रवाल.सुनील अग्रवाल, अनमोल छाजेड़.रमेश अग्रवाल.महावीर छाजेड़.राजेश जैन.दीपक चोरडिया, भरत गुप्ता.अवधेश दुबे, दानेंद्र दुबे समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
