स्व की पहचान में “शिक्षा” “कला” व्यक्ति की विशेष भूमिका होती है…
कोरबा/ आकाशवाणी.इन
श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय कोरबा में B.Ed अंतिम वर्ष के के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा स्व की विकास में शिक्षा की भूमिका विषय के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों द्वारा कक्षा कक्ष सज्जा एवं (हमर संस्कृति हमर चिन्हारी) छत्तीसगढ़ की संस्कृति को परिदृश्यित करने के लिए रंगोली बनाई गई जिसमें छत्तीसगढ़ महतारी की छवि एवं राज्य के अन्य प्रतीकों को चिन्हित किया गया.
प्रकृति के साथ समन्वय करके शिक्षा का विकास का संदेश छात्राओं के द्वारा दिया गया। छात्रों द्वारा अपनी अभिरुचि के अनुसार कला को प्रदर्शित करने के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। स्व की पहचान में कला व्यक्ति की विशेष भूमिका होती है जिससे समाज राष्ट्र में व्यक्ति अपनी पहचान बनाता है, इस वाक्य को छात्रों द्वारा सार्थक किया गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज के प्राचार्य डॉ व्हाय के सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ एस पांडेय, समन्वयक इंदु उपासना, रोनिता दास, सा प्रा के एल साहू, सी एस सेंगर, डी एन शंकर, पी डी पैकरा का सहयोग रहा.
