Saturday, August 2, 2025
छत्तीसगढ़

एक टीवी दस लाख रुपये मे खरीदा: चर्चित है आदिवासी विकास विभाग का ये मामला, हो सकती है जांच…

आकाशवाणी.इन

कोरिया बैकुंठपुर, 18 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के आदिवासी विकास विभाग से बड़ी खबर निकल कर आई है। जहां एक एक टीवी 9,99,500 रु की दर से 5 नग टीवी 49,97,500 रु में खरीदी का मामला खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इसके पहले जग खरीदी का मामला खूब सुर्खियों में रहने के साथ ही सोसल मीडिया में यह खूब वायरल हो रहा है, अब जग के बाद स्मार्ट टीवी खरीदी घोटाला सामने आ गया है। आदिवासी विकास विभाग में स्मार्ट टीवी जिससे स्मार्ट तरीके से पढ़ाई कराया जाना है.

स्मार्ट पढ़ाई के लिए 5 नग सॉलिटेयर 86 इंच डिस्प्ले इंटरएक्टिव पैनल विथ सीपीयू की खरीदी का मामला सामने आने से विभाग में हडक़ंप मच गया है। दस्तावेजों से जाहिर होता है कि टीवी खरीदी जेम पोर्टल में माध्यम से खरीदी गई है। इसमें एक सॉलिटेयर 86 इंच डिस्प्ले इंटरएक्टिव पैनल विथ सीपीयू 3 ईयर वारंटी के साथ 5 नग की खरीदी की गई। और यह स्मार्ट पढ़ाई के नाम पर खरीदी गई। जिसमे प्रत्येक की कीमत 9,99,500 रु की दर से 5 नग 49, 97, 500 रु की खरीदी हुई। सोसल में मीडिया में सेम उत्पाद सॉलिटेयर 86 इंच डिस्प्ले इंटरएक्टिव फ्लैट पैनल विथ सीपीयू 3 ईयर वारंटी के साथ दो कोटेशन भी सोसल मीडिया में वायरल हो रहे हैं,

जिसमे एक कोटेशन में सॉलिटेयर 86 इंच डिस्प्ले इंटरएक्टिव फ्लैट पैनल विथ सीपीयू 3 ईयर वारंटी की कीमत 1,59,990 रु और दूसरे कोटेशन में सेम उत्पाद की कीमत 1,45,000 रु उल्लेखित है। इससे जाहिर है की जिसे 9,99,500 रु की दर से खरीदी गई है बाजार 1,45,000 रु से 1,59,990 रु तक के बीच आसानी से अलग अलग कंपनियों को सेम उत्पाद मिल सकती है और बाजार में उपलब्ध है। और जेम पोर्टल से 999500 रु में खरीदी कर भ्रष्टाचार का एक नया आयाम पैदा किया है.

जेम पोर्टल बिल के साथ कोटेशन भी सोसल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। कोरबा कोरिया सरगुजा क्षेत्र के कांग्रेसी इस मुद्दे को हाथो हाथ ले रही है और भाजपा राज में घोटालों को उजागर करते हुए हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। आज देर शाम एक सरगुजा कोरिया जिले के सोसल मीडिया में वायरल हुआ इसके बाद से क्षेत्र में हडक़ंप भी मचा हुआ है। इधर कांग्रेस एक के बाद एक उजागर होते घोटाले को लेकर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं। देखते ही देखते यह मामला हाई प्रोफाइल बन चुका है। आदिवासी विकास विभाग कमिश्नर कार्यालय अंबिकापुर सरगुजा के द्वारा खरीदी की गई.