BIG NEWS KORBA: जिले में सुबह कानून व्यवस्था बनाए रखने एसपी कलेक्टर ने की बैठक, शाम को पुलिस थाने में ही भाजपा नेत्री की दबंगई आ गई सामने…
आकाशवाणी.इन
बड़ी दबंग हैं छत्तीसगढ़ की ये भाजपा नेत्री, पुलिस के सामने आदिवासी किसान को बेरहमी से पीटा
कोरबा, 08 जून 2025/ जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने अधिकारियों की बैठक ली और शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए निर्देशित किया, शाम होते ही सोशल मीडिया पर भाजपा नेत्री का गरीब किसान को थाना परिसर में ही सहयोगियों के साथ घेरकर मारने का वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. शनिवार को ही नेता प्रतीपक्ष चरणदास महंत ने प्रदेश की पुलिस व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी यातायात विभाग में अवैध वसूली का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार खुलेआम थाना परिसर में मारपीट करने वाली भाजपा नेत्री वीडियो में साफ दिखाई दे रही हैं. कि भाजपा नेत्री ज्योति महंत ग्रामीण को सड़क पर गिराकर झापड़ और लात से मार रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि “ये मर जायेगा तो भी मुझे फर्क नहीं पड़ता.”
इस घटना के पीछे की वजह यह बताई जा रही है कि ग्राम बरेडिमुड़ा का रहने वाला किसान अपने बैल को लेकर आ रहा था, उसी समय भाजपा नेत्री भी अपनी कार से जा रही थीं। किसान ने मोबाइल पर किसी से बात करते हुए गाली दी, जिसे भाजपा नेत्री ने अपने ऊपर ले लिया.
इस घटना के बाद ग्रामीण को थाना लाया गया, यहां भी उसकी पिटाई की गई। ग्रामीण ने बताया कि थाना लाने वाले युवकों ने उनसे 3 से 4000 रुपये लिए और मामला रफा दफा करने के नाम पर पैसे की मांग की.
इस पूरे मामले में भाजपा नेत्री का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल नंबर लगातार व्यस्त बता रहा है.
प्रदेश में आदिवासी CM, फिर भी आदिवासी पर हो रहा अत्याचार-
छत्तीसगढ़ प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री का राज है, और उनके राज में उन्हीं के भाजपा पार्टी की बेरहम नेत्री एक आदिवासी गरीब किसान को थाना परिसर में पुलिस के सामने लात घूंसा से मारती हुई दिखाई दे रही हैं, वायरल वीडियो में भाजपा नेत्री का गुस्सा और बर्बरता जिसने भी देखा उसने यही कहा देखिए ये है आदिवासी किसान के प्रति इनका गुस्सा.
आदिवासी समाज के लोगों में आक्रोश, उनके नेता नेतागिरी में मस्त चुपचाप –
भाजपा नेत्री द्वारा आदिवासी गरीब किसान को घसीट घसीट कर मार रही है इस घटना का वायरल वीडियो सब ने देखा खासकर आदिवासी समाज के लोगों ने देखा तो उनका गुस्सा सुलग रहा है, वहीं छोटी छोटी बात को लेकर आंदोलन करने वाले सामाजिक नेता इस घटना को गंभीरता से लेना तो दूर किसी नेता ने अपने पीड़ित आदिवासी भाई के लिए एक आवाज तक नहीं उठाई आंदोलन धरना या घेराव प्रदर्शन तो दूर की बात है, किसी ने पीड़ित का हाल तक नहीं पूछा, इस वजह से सामाजिक अगुवाई करने वाले नेता के प्रति आक्रोश पनप रहा है.
विपक्ष के नेताओं को भी सांप सूंघ गया, सत्ता के आगे नतमस्तक-
आमतौर पर सत्ता पक्ष को घेरने के लिए स्थानीय नेता छोटी बात को बड़ा मुद्दा बनाकर जिला मुख्यालय तक घेराव, प्रदर्शन करने के लिए गाड़ीयां भर भर कर अपने सहयोगियों को लाते हैं और प्रदर्शन करते हुए दिखाते हैं कि वही हैं जो आम जनता की तखलीक को समझ सकते हैं और उनके लिए आंदोलन कर रहे हैं, वहीं 7 जून को आदिवासी किसान पर भाजपा नेत्री का अत्याचार स्थानीय नेताओं को दिखाई नहीं दिया या फिर जान बूझकर घटना को देखकर भी सत्ताधारियों के आगे नतमस्तक हो गए.
बहरहाल अनुशासित पार्टी भाजपा की नेत्री पर सत्ता की छाया है जिससे कानून का भय नहीं है, यही वजह है कि थाना परिसर में आदिवासी किसान से खुलेआम मारपीट की घटना को अंजाम दिया, उनके ऊपर कोई कार्रवाई की उम्मीद जताना पीड़ित किसान के लिए किसी सपने से कम नहीं.
