हसदेव हमारी करेगी कोरबा को मंगलकारी, हरियर और प्रदूषण मुक्त बनाने अब है हमारी बारी, जिसकी हम सबको लेनी है जिम्मेदारी : IAS आशुतोष
आकाशवाणी.इन
कोरबा,09 दिसंबर 2024
शहर के नागरिक अलर्ट होकर नगर निगम कमिश्नर को बताएं कि कहां कचरा फैलाया जा रहा है, कहां कमियां और खामियां हैं : आयुक्त आशुतोष पांडे
नगर पालिका निगम कोरबा के आयुक्त आशुतोष पांडे 9 दिसंबर सोमवार को टीपी नगर स्थित तिलक भवन में आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में शामिल हुए, इस दौरान वह जिले के पत्रकारों रूबरू हुए और कोरबा शहर के विकास को लेकर अपना विजन व रोडमैप सामने रखा। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आईएएस अवार्ड होने की खुशखबरी भी कोरबा की धरती पर ही प्राप्त हुई। इसलिए कोरबा जिला सदैव खास और यादगार रहेगा.
आशुतोष पांडे ने अपने जीवन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि 2008 में वह राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बने। इसके पहले वह पत्रकार के तौर पर सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े रहे। गुरु घसीदास विश्वविद्यालय से जनसंपर्क व पत्रकारिता में डिग्री लेने के बाद राष्ट्रीय अखबार से जुड़कर पत्रकारिता के क्षेत्र से कैरियर की शुरुआत की और उन्हें पत्रकारिता खूब भाने लगी.

उन्होंने कहा कि हमेशा मुझे लगता था कि कभी भी अपने सभी सेब एक बक्से में नहीं रखना चाहिए. 2008 में मुझे एक रास्ता तय करना था। उस समय मीडिया जगत प्रिंट से इलेट्रॉनिक में शिफ्ट हो रही थी। सनसनी और सबसे तेज़ खबर देने का दौर था।
जब पत्रकारिता की नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया। तब ऐसे सवाल पूछे गए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के थे। आमतौर पर छत्तीसगढ़ के एक लड़के के पास इन सब सवालों का जवाब नहीं होता, चुंकि मैं सिविल सेवा की तैयारी कर रहा था इसलिए उन सभी सवालों के जवाब दे पाया, इंटरव्यू लेने वाले अधिकारियों ने कहा कि अब वह सब भूल जाओ यहां का काम सुबह 9:00 बजे से शुरू हो जाएगा और रात के 3:00 बजे तुम घर जा पाओगे तुम्हे ₹6000 महीने की तनख्वाह मिलेगी। उन्होंने पूछा काम कर पाओगे, मैंने हामी भरी और काम शुरू किया। जब मेरा प्री क्लियर हो गया तब दिवाकर मुक्तिबोध ने मुझे सलाह दी कि तुम्हें ईश्वर ने एक अवसर दिया है इसका उपयोग करो. इसके बाद मेरा मेंस क्लियर हुआ और मैं शासकीय अधिकारी बन गया. जीवन में ऐसे बहुत कम लोग होते हैं जो आपको सही समय पर सही सलाह दें. उन्होंने मुझे यह भी कहा था कि यदि सिविल सेवा में असफल हो जाओगे, तब भी संस्थान के दरवाजे तुम्हारे लिए हमेशा खुले रहेंगे. उस समय किसी प्राइवेट संस्था में ऐसा आश्वासन मिलना काफी बड़ी बात हुआ करती थी. जब मेरा सिलेक्शन हुआ तब वापस उनके पास गया उस वक्त मेरी आंखें नम थी. सरकारी व्यवस्था आने के बाद असरकारी हो पाना बड़ा मुश्किल हो जाता है. खुद को बंधन में रखना पड़ता है, सभी बातें हम जाहिर नहीं कर सकते, बहुत ही व्यवस्थित रहना पड़ता है. आप खुलकर अपने विचार कहीं भी व्यक्त नहीं कर सकते. हम सारा काम प्रतिनिधियों के आदेश और निर्देश पर करते हैं. किसी भी सरकारी अधिकारी को यह बात कभी नहीं भूलनी चाहिए.
जैसे सुग्घर रायगढ़ बनाया, वैसे ही हरियर और प्रदूषण मुक्त कोरबा की परिकल्पना साकार करना है
नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडे छत्तीसगढ़ प्रशासनिक अधिकारी फेडरेशन के सबसे युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बताया कि इसमें भी कई तरह के काम किये. सिस्टम को रेगुलेट कराया, सीआर सिस्टम को ऑनलाइन कराया। अपने हॉबी का भी ध्यान रखा। एवरेस्ट कैंप भी कर चुका हूं, मैराथन में भी भाग लिया है. धर्मपत्नी कामना भी अधिकारी हैं शहर के पाटीदार भवन में ही शादी हुई थी यहां के कई पार्षद उनके बैचमेट रह चुके हैं इसलिए कोरबा से अधिक लगाव भी है.
प्रशासनिक अनुभव के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि रायगढ़ में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की. जब वहां गया तो देखा कि किसी की सैलरी रोकी जा रही है कार्रवाई की जा रही है, और यह कार्रवाई स्वच्छता दरोगा और नीचे स्तर के कर्मचारियों पर हो रही थी। मैने तय किया कि मैं भी अपनी सैलरी नहीं लूंगा और जो गैजेटेड ऑफीसर हैं, उन्हें भी ऐसा करने को कहा. साइकलिंग शुरू की वहां साइकिल बाय के तौर पर लोग पहचानने लगे। एक कमिश्नर को साइकिल चलाते हुए शहर का भ्रमण करते देख साथी अधिकारी भी साथ में साइकिल चलाने लगे इससे स्वच्छता दीदियां मुझसे जुड़ीं, और फायदा यह हुआ कि साइकिल चलाने वाले अधिकारियों का बीपी और शुगर लेवल सामान्य हो गया. काम के साथ सेहत में फायदा देख सभी अधिक काम करने लगे. स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने के लिए रायगढ़ को पहली बार राष्ट्रपति पुरस्कार मिला. जैसा काम रायगढ़ में किया उसी तरह कोरबा में भी काम करने की मंशा है. मां मड़वारानी, मा सर्वमंगला की धरती कोरबा को प्रदूषण मुक्त बनाना यहां के तालाबों को साफ करना वायु की गुणवत्ता को सुधारना, कचरे का बेहतर प्रबंधन करते हुए
शहर का व्यवस्थित विकास पहली प्राथमिकता होगी. मैंने पार्षदों से भी पूछा है कि आप अपना एक सपना और मुख्य काम बताइए जो क्षेत्र को देना चाहते हैं. इसके लिए हर एक व्यक्ति को जिम्मेदारी लेनी होगी. अपना मल सभी साफ करते हैं, लेकिन जो दूसरों का मल साफ करता है वहीं देवता है.
इस लक्ष्य के लिए सभी को जिम्मेदारी लेनी होगी, प्लास्टिक का उपयोग छोड़ सकते हैं, कचरा फैलाने से लोगों को रोक सकते हैं किसी सफाईकर्मी स्वच्छता दीदी के बच्चे की मदद कर सकते हैं, मदद सिर्फ पैसों से नहीं होता, उस बच्चे को अच्छी शिक्षा देने में मदद कर सकते हैं जनरल नॉलेज की बात सिखा सकते हैं. खुद दिन में 1 घंटे पढ़ा सकते हैं इस तरह के काम करने होंगे ताकि कोरबा का हर तरह से विकास हो सके. जब कोरबा आया तो देखा कि यहां पहले ही व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं. ऐसा साफ सुथरा और व्यवस्थित नगर निगम मैने पहले कभी नहीं देखा. जैसा सुना था धरातल पर वही पाया. इसे और बेहतर करने का प्रयास होगा. साथी पत्रकारों की मॉडल कॉलोनी को हाईटेक और बेहतर बनाने की दिशा पर काम किया जाएगा. कार्यक्रम के अंत में प्रेस क्लब द्वारा आयुक्त श्री पांडे को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. कार्यक्रम में नगर निगम अधिकारी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे.
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करोड़ों के संसार में, इस भीड़ अपार में, मेरा है अस्तित्व कहां, मेरा क्या विस्तार यहां।।
सोचता हूं आखिर वह क्या है, जिसकी मुझे तलाश है, है वह मंजिल यहीं कहीं, या फिर पूरा आकाश है।।
ध्यान कर फिर अर्जुन का भेद देता हूं लक्ष्य को, अब तो मन में है ठाना, बहुत दूर है मुझको जाना।।
इंसान जो मेहनत से छुते हैं आसमान, संग होता है उनके ही जहां,
इस दुनिया को जीतेगा वही, जो ना हारे मन की दुनिया को।।
।।मैं कर सकता हूं, मैं कुछ करूंगा, मैं कुछ बनकर ही रहूंगा।।
