Sunday, August 3, 2025
धर्म

18 फ़रवरी को अद्भुत संयोग के साथ मनेगी महाशिवरात्रि, व्रत रखने से भगवान शिव पूरी करेंगे मनोकामना

महाशिवरात्रि फाल्गुन मास की चतुर्दशी पर 18 फरवरी को मनाई जाएगी। शनि प्रदोष व्रत के कारण अद्भुत संयोग के साथ महाशिवरात्रि मनेगी। मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत रखने से भगवान शिव सभी मनोकामना पूरी करते हैं और अपने भक्तों से खुश होते हैं। इसी दिन महाशिवरात्रि भी पड़ रही है, इसलिए जातकों को इस शुभ संयोग का विशेष लाभ मिलेगा। कोरोना महामारी के बाद इस बार मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि को लेकर प्राचीन मंदिर प्रबंधनों के साथ शहर की आयोजन समितियों में उत्साह का माहौल है। आयोजन को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। जिला का सबसे प्राचीन पाली का महादेव मंदिर व कनकी का कनकेश्वरधाम है। यहां महाशिवरात्रि पर अपने जिले से ही नहीं वरन अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में शिवभक्त पहुंचते हैं। कनकेश्वर मंदिर के पुजारी पुरुषोत्तम यादव ने बताया कि महाशिवरात्र की तैयारी शुरू कर दी गई है। मेला स्थल व मंदिर के समीप खाली स्थानों को व्यवस्थित किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को पहुंचने पर किसी तरह की असुविधा न हो.

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ज्योतिषी पं. विवेकशील पाण्डेय के अनुसार फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि 17 फरवरी रात 8:02 बजे से शुरू हो जाएगी, जो 18 फरवरी की शाम 4:18 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के कारण महाशिवरात्रि का व्रत 18 फरवरी को शुरू होगा। व्रत रखने वाले व्रतियों के लिए पारण का शुभ समय 19 फरवरी की सुबह 6:57 बजे से दोपहर 3:33 बजे तक रहेगा। जीवन में बाधाओं समस्याओं से निजात पाने के लिए उपवास रखें। शिव जी को काला तिल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन के कष्ट दूर होंगे और सुख-समृद्धि, सौभाग्य बढ़ेगा.